स्थानीय निकाय सफाई मजदूर संघ उत्तर प्रदेश सम्मेलन 10 मार्च को लोटनपुरा बदायूं में संपन्न हुआ। प्रदेश कार्यकारिणी एवं सफाई कर्मचारियों की मांग पत्र पर सम्मेलन में चर्चा हेतु हाथरस,कासगंज,एटा,बरेली, फिरोजाबाद,अलीगढ़,मुरादाबाद, संभल,रामपुर,फर्रुखाबाद,पीलीभीत, उझानी,बिसौली,बिल्सी,सहसवान, कायमगंज सोरों,गंजडुंडवारा,कादर चौक,आमला,बिशारतगंज,चंदौसी, बिलारी,गुन्नौर,इस्लामनगर के सफाई कर्मचारी जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया।अध्यक्षता संघ के प्रांतीय अध्यक्ष ओमी लाल बाल्मीकि ने की। प्रांतीय महामंत्री बिल्लू चौहान ने कहा कि कई वर्षों से सफाई कर्मचारियों की सरकारों द्वारा उपेक्षाएं की जा रही है जबकि सफाई का कार्य आवश्यक सेवाओं की श्रेणी में आता है।देश में आने वाली महामारी कोरोना भारतवर्ष में होने वाले सभी धर्म के त्योहार पर स्वच्छ वातावरण जनता को देता है। उसके बावजूद भी कर्मचारी की अपेक्षा लगातार शासन प्रशासन द्वारा की जा रही है संविदा सफाई कर्मचारियों को सरकार स्थाई नहीं कर रही है वहीं ठेका आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों को मूल वेतन सुप्रीम कोर्ट द्वारा समान काम समान वेतन के आदेशों को भी सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा नहीं दिया जा रहा है प्रदेश में बढ़ती आबादी को देखते हुए सफाई कर्मचारियों की संख्या बहुत कम है मानक के आधार पर पूरे उत्तर प्रदेश में कम से कम एक लाख सफाई कर्मचारियों की भर्ती करें। सरकार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा राज्य कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य कैशलेस सुविधा दी जा रही है जो कर्मचारी ऑफिस में बैठे हैं जबकि निकाय में काम करने वाला सफाई कर्मचारी मल मूत्र गंदगी भारत सरकार की योजना स्वच्छ भारत मिशन स्मार्ट सिटी जैसे योजनाओं को बखूबी सफल बनाने में अहम भूमिका रखता है सरकार को स्वास्थ्य कैशलेस की सुविधा निकाय कर्मचारियों को भी देनी चाहिए। सरकार में भी रामायण के रचयिता भगवान महर्षि वाल्मीकि सार्वजनिक अवकाश अभी तक नहीं दिया गया है जिससे वाल्मीकि समाज सफाई कर्मचारियों में गहरा आक्रोश है समस्त उत्तर प्रदेश में सेवानिवृत्त सफाई कर्मचारियों का भुगतान नहीं हो पा रहे हैं जबकि सरकार द्वारा अलग से बजट प्रस्तावित नगर पालिका नगर पंचायत को दिया है डबल इंजन की सरकार गैस की व्यापारी की उद्योगपतियों की बड़े जमींदारों की गारंटी के उद्बोधन सुनने मिल रहे हैं परंतु जो देश को स्वच्छ वातावरण देकर दूषित होने से रोक रहे हैं उन सफाई कर्मचारियों की गारंटी लेने के नाम पर सरकार कोसों दूर है और नाकाम साबित हो रही है सफाई कर्मचारियों के भविष्य खिलवाड़ किया जा रहा है। प्रांतीय अध्यक्ष ओमीलाल वाल्मीकि ने कहा कि सरकारों द्वारा छलावा किया जा रहा है समाज और सफाई कर्मचारियों को वोट के नाम पर लूटा जा रहा है उनके बच्चों की रोजी रोटी से खिलवाड़ किया जा रहा है। बड़े-बड़े ठेके प्राइवेट कंपनियों को सफाई का निजीकरण काम देकर नौजवानों को बेरोजगार किया जा रहा है। प्रान्तीय अध्यक्ष ने कहा कि संघ द्वारा आउटसोर्सिंग ठेका कर्मचारियों को 15000 प्रतिमाह मुरादाबाद, गाजियाबाद नगर निगम में संघ की बड़ी उपलब्धि हैं वहीं सहारनपुरमेरठ व अन्य नगर निगमों में भी शीघ्र जी संघ द्वारा 15000 प्रतिमाह वेतन दिलवाया जायेगा। अपने-अपने जिलों 15000 प्रतिमाह वेतन की मांग को स्थानीय स्तर से तेज लगकर संगठन के माध्यम से लगवाया जाये।कार्यक्रम मेंप्रांतीय मुख्य संरक्षक वीरू बाल्मिकी रामखिलाड़ी वाल्मीकि,प्रांतीय मंत्री,मुकेश वाल्मीकि प्रांतीय मंत्री,प्रांतीय मुख्य सलाहकार अमरदीप मैसी,प्रांतीय सलाहकार डॉ दिनेश संतोषी प्रांतीय मंत्री शिवकुमार कोटेला,सोनू भंडारी,नीरज बाल्मिकी, बृजमोहन वाल्मीकि,संतोष डगोर,रॉकी वाल्मीकि,नीरज पाराशर, अजय सूर्यवंशी, मोहित वाल्मीकि,पिंटू उर्फ गुरु, अजय,सुभाष बाल्मिकी, राजकुमार रोहिला,विनोद वाल्मीकि एवं हजारों सफाई कर्मचारियों ने संघ के मांग पत्र पर अपनी सहमति जताते हुए अपना समर्थन दिया।