भारत विकास परिषद शिवम शाखा द्वारा सीता नवमी के पावन दिवस पर निर्धन घरेलु सेवादारी करने वाली महिलाओं के उत्साहवर्धन हेतु उन्हें खाद्य सामग्री, वस्त्र व कुछ नगदी प्रदान की गई। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय प्रकल्प गुरु वंदन व छात्र अभिनंदन की चेयरपर्सन रश्मि सिंह रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन कर हुई। इसके बाद वंदेमातरम का गान हुआ। मुख्य अतिथि मीनाक्षी जैन, वरिष्ठ सदस्य शशीबाला वाष्र्णेय व कल्पना वाष्र्णेय ने आदि ने दीप प्रज्वलन में सहयोग किया। सचिव इं. प्रशांत गर्ग ने माता सीता के चरित्र का वर्णन करते हुए बताया कि माता सीता कोई अबला नहीं बल्कि सबल नारी का प्रमाण पत्र हैं। हमें उनके जीवन शैली से सुदृढ़ नारी की सीख लेनी चाहिए। मुख्य अतिथि ने कहा कि शाखा सदस्य अपने खुद के घर से सभी सामान एकत्रित करके शाखा के बैनर तले दे रहे हैं। यहाँ कोई भी पैसा शाखा का खर्च नहीं हो रहा है, सभी कुछ शाखा के सदस्यों के द्वारा ही अपने निजी स्तर पर इकट्ठा किया गया है। यही सच्ची दीनबंधु भावना है। इसे शिवम शाखा ने प्रमाणित कर दिया है। शाखा की ओर से करीब 20 निर्धन महिलाओं की मदद की गई। कार्यक्रम में शाखा के पूर्व अध्यक्ष डा. अनिल वाष्र्णेय, प्रांतीय उप चेयरपर्सन पल्लवी नवमान, बिंदु शर्मा, संस्कार प्रमुख गीता वाष्र्णेय, संपर्क प्रमुख हरिशंकर वाष्र्णेय, शाखा सह सचिव नवीन अग्रवाल, कोषाध्यक्ष यतेंद्र कुमार, हेम कुमार गोयल आदि की उपस्थिति रही।